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यूपी के जौनपुर जिले की 73 लोकसभा सीट बेहद ही दिलचस्प राजनैतिक मामलों में तब्दील हो चुकी थी, जब से बसपा सुप्रीमो ने श्रीकला धनंजय सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया था, तब से सियासी गलियारों में कुछ अलग ही चर्चाएं चल रही थीं, लोगों का मानना था कि इस बार श्रीकला का सांसद बनना तय है, लेकिन तभी पांच मई की रात अचानक सोशल मीडिया पर ख़बरें चलने लगी कि बसपा से श्रीकला धनंजय का टिकट कट सकता है, पहले तो लोगों को यह यकीन नहीं हुआ, लोग अनाब सनाब बकने लगे लेकिन आज जैसे ही सुबह ये फाइनली स्पष्ट हुआ कि टिकट काट कर बसपा सांसद श्याम सिंह यादव को फिर से प्रत्याशी बना दिया गया है तो एक बार फिर जौनपुर का महौत गरमा गया। लोग पार्टी सुप्रीमो मायावती को भला बुरा कहने लगे बोले बसपा पार्टी धनंजय सिंह के साथ ऐसे ही करती है। इसकी पुष्टि हो जाने के बाद जैसे ही खबरें चलने लगी तो धनंजय सिंह के चाहने वाले दुखी हो गए, वही सोशल मीडिया पर खबर चलने लगी की श्रीकला धनंजय सिंह ने खुद ही लड़ने से इनकार कर दिया, लेकिन उसके थोड़े बाद ही मीडिया से बातचीत करते हुए धनंजय सिंह ने बताया कि आज जो मेरी पत्नी के साथ यह घटना घटा, वह कोई नई बात नहीं है इसके पहले भी तीन बार मेरे साथ इस पार्टी ने धोखा किया है, जब मैं जेल में था तो मेरी पत्नी मुझसे इस संबंध में बातचीत करने के लिए आई थीं, की बसपा सुप्रीमो मायावती ने मुझे प्रत्याशी बनाने का मन बनाया है, तो मैंने कहा था कि यह पार्टी भरोसा करने योग्य नहीं है, पार्टी ने मेरे साथ कई बार धोखा किया है आपके साथ भी धोखा कर सकती है, मैंने उन्हें सतर्क रहने के लिए भी कहा था और आज वही हो भी गया, ऐन वक्त पर जिस तरीके से पार्टी ने कई बार मुझे धोखा दिया था, इस तरह मेरी पत्नी को भी आज पार्टी ने धोखा दिया, मेरे तरफ से चुनाव न लड़ने की कोई बात नहीं कही गई है यह मुझे बदनाम किया जा रहा है। बसपा पार्टी में ऐसा ही होता आया है कोई नई बात नहीं है, धनंजय सिंह ने कहा कि हमारे साथ ऐसे कई बार बसपा कर चुकी है तो इससे मैं ज्यादा उम्मीद नहीं कर रहा था
बीएसपी पार्टी मुझे बहुत करीब से जानती है कि मैं ना डरने वाला हूं और न डरूंगा, बसपा कोऑर्डिनेटर खरवार जी अभी नए-नए आए हैं उनको हमारे बारे में उतना पता नहीं है जो इस तरह की भाषा बोल रहे हैं उनको शोभा नहीं देता है यह सब बोलने का अपनी पार्टी को डिफेंस करने का कई सारे तरीके हैं लेकिन दूसरों पर आरोप नहीं लगाना चाहिए
2007 में हमारे ऊपर कई सारे मुकदमे लगाए गए लेकिन हम लोग कहीं कंप्रोमाइज नहीं किया, वही कहा कि जिसको हम चाहेंगे वही यहां से सांसद बनेगा, वही मैं चुनाव लड़ रहा होता तो मैं इंडिपेंडेंस एक पर्चा जरूर भरता और मैं इंडिपेंडेंस ही रहता और हम लोग चुनाव लड़ते, उन्होंने कहा कि बसपा एक धोखेबाज पार्टी है।
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