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यूपी के जौनपुर जिले क्षेत्र का एक विचित्र मामला प्रकाश में आया है। जहाँ दो महीने पहले दफन हुई लड़की जिंदा मिल गई है, बता दें कि क्षेत्र के बेसव नदी में मिली जिस युवती की लाश की पहचान परिजनों ने कर अंतिम संस्कार कर दिया था, वही युवती दो महीने बाद पुलिस को अपने प्रेमी के साथ जीवित मिली है, इस घटना ने पुलिस और परिजनों को पूरी तरह से हैरान कर दिया है। अब सवाल ये उठ रहा है कि नदी में मिली लाश किसकी थी, पुलिस के लिए अब यह मामला बड़ी चुनौती बन गया है और जांच फिर से शुरू हो गई है।
बताते चलें कि चार जुलाई को बेसव नदी में एक अज्ञात युवती की लाश मिली थी, जिसकी पहचान नहीं हो पा रही थी, बाद में खबर के जरिए मुस्तफाबाद गांव निवासी फिरोज अहमद की 20 वर्षीय बेटी राशिदा उर्फ रुखसार के रूप में लाश की पहचान हो गई। परिवार ने बताया कि राशिदा बीएससी की छात्रा थी और 13 मई को घर से कॉलेज जाने के बाद लापता हो गई थी। लाख प्रयासों के बावजूद उसका कोई सुराग नहीं मिल सका, जिसके बाद परिवार ने थाने में गुमसुदगी की तहरीर दी थी, उसके बाद पांच जुलाई को परिवार ने मर्चरी हाउस में जाकर शव की पहचान की और पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव सौंप दिया, जिसके बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया, इस मामले का नया मोड़ उस वक्त आ गया जब पुलिस को शिकायती मोबाइल नंबर पर गुनगुनाहट हुई।
घटना के दो महीने बाद, पुलिस जांच में युवती को उसके प्रेमी के साथ इलाहाबाद से बरामद कर लिया गया, खेतासराय के प्रभारी निरीक्षक दीपेंद्र सिंह ने बताया कि सीडीआर (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) के आधार पर जांच जारी थी, जिसके दौरान राशिदा को जीवित पाया गया, अब पुलिस उस लाश की नए सिरे से जांच करेगी, जो नदी में मिली थी, प्रमुख बिंदु अब यह है कि परिजनों ने राशिदा की लाश की पहचान कैसे कर दी थी, जब वो थी ही नही जो अब जीवित मिली है, पुलिस अब नदी में मिली लाश की असल पहचान कैसे कर सकेगी।
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