यूपी के जौनपुर जिले के खेतासराय थाना क्षेत्र का एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे जान आप हैरान हो जाएंगे, की भाजपा सरकार में अधिकारियों कर्मचारियों के हौसले इतने बुलंद कैसे हो सकते हैं, जी हाँ अतिक्रमण हाटने के लिए पीड़ित ने जब शिकायत किया तो उल्टे ही पीड़ित के भूमिधरी पर जे.सी.बी. चल गया, मामला क्षेत्र के चर्चा व भय का विषय बना हुआ है। अब पीड़ित ने इसके विरुद्ध जाँच और अतिक्रमण हटाने के लिए जिलाधिकारी को प्रार्थना-पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है। जानकारी के मुताबिक क्षेत्र के सुम्बुलपुर गाँव निवासी जुबैर पुत्र असगर अली ने गांव के सार्वजनिक चकमार्ग पर गाँव के ही नईम व जाबिर द्वारा बांस, बल्ली के माध्यम से चकमार्ग को कब्जा करने का आरोप लगाते हुए समाधान दिवस पर प्रार्थना-पत्र देकर अतिक्रमण हटाने की गुहार लगाया था, आरोप है कि साजिश के तहत हल्का लेखपाल द्वारा गलत ढंग से रिपोर्ट में, मौके पर रास्ता खाली है, कोई अतिक्रमण नहीं है बताया तथा पीड़ित प्रार्थी के ही विरुद्ध 107, 116 व 151 के तहत कार्यवाई कर दिया गया। जिससे प्रार्थी पूरी तरह से भयभीत है। प्रार्थी सार्वजनिक रास्ते पर हुए अतिक्रमण के विरुद्ध फिर से प्रार्थना-पत्र देकर न्याय की गुहार लगाया। आरोप है कि दुबारा प्रार्थना-पत्र के बाद हल्का लेखपाल अतिक्रमण हटवाने के लिए मोटी रकम की मांग किया, प्रार्थी पैसा देने से असहमति जताया तो झल्लाया लेखपाल अनिरुद्ध सिंह ने बिना किसी उच्चाधिकारियों के आदेश निर्देश के और न ही किसी प्रकार की नोटिस दिए बगैर प्रार्थी की भूमिधरी पर ही जे.सी.बी. चलवा दिया। आरोप है की उक्त हल्का लेखपाल धमकी दे रहा है कि किसी प्रकार की कार्यवाई किये तो फर्जी मुकदमा लदवाकर जिन्दगी मटिया पलीत कर दूंगा। जिससे प्रार्थी और भी भयभीत है। प्रार्थी मामले की जाँच और अतिक्रमण हटवाने के लिए जिलाधिकारी को प्रार्थना-पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई।
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